पटवारियों पर नियंत्रण रखने के लिए रिपोर्ट की रैण्डम चेकिंग की जाए

उज्जैन ,जिला कलेक्टर महोदय ने बैठक में जिले के सभी तहसीलदारों एवं एसडीएम को निर्देश दिये है कि वे पटवारी द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न रिपोर्ट की 10 प्रतिशत रैण्डम जाँच करें। जाँच के आधार परटवारियों के कार्यों पर नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है।


कलेक्टर ने साथ ही फौती नामांतरण, अविवादित नामांतरण, बँटवारा आदि मामलों में भी सभी तहसीलदारों को सावधानिपूर्वक निर्णय पारित करने के लिए कहा है।


कलेक्टर ने राजस्व न्यायालय के सभी पीठासीन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे कोर्ट की कार्यवाही न्यायालय की तरह ही चलाएं एवं बार-बार प्रकरणों में तारीख न बढ़ाए। उन्होंने कहा कि यदि पेशी बढ़ाना भी है तो केस डायरी में स्पष्ट कारण लिखा जाए न कि अन्य कार्य में व्यस्त होने के कारण तारीख बढ़ाई जाती है लिखा जाए।


कलेक्टर ने नामांतरण एवं बँटवारा के प्रकरण नागदा तसहील में अधिक पैंडिंग होने के कारण नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिये कि जिले की सभी तहसीलों में 70 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया जाना सुनिश्चित किया जाए।