कोरोना संकट की घड़ी में अभियोजन अधिकारी एवं कर्मचारी भी आगे आए

वैश्विक महामारी  कोरोना  के प्रकोप से  संपूर्ण विश्व  इसकी जद में है, इस महामारी का  कोई भी इलाज  अभी तक निकल कर सामने नहीं आया है, केवल  सोशल डिस्टेंसिंग को अपना कर ही इस महामारी से बचा जा सकता है। इसलिए घर पर ही रहें सुरक्षित रहें।


 लॉक डाउन की इस घड़ी में अभियोजन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया, जिससे  उन जरूरत मन्द लोगो की मदद की जा सके जिसकी उन्हें अत्यन्त आवश्यकता है।


अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी मुकेश कुमार कुन्हारे ने बताया  कि भारत सहित पूरा विश्व कोविड-19, कोरोना वाइरस महामारी की समस्या से जूझ रहा है ,इस विकट समस्या के कारण दिनांक 25 मार्च से 17 मई तक पूरे देश में लॉक डाउन घोषित किया गया  है, जिसका प्रभाव निश्चित रूप से अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है।


जहां एक और पूरा भारत इस महामारी से बचाव करने में सरकार के निर्देशों का पालन कर रहा है वहीं अधिकतर लोगों ने आर्थिक रूप से भी योगदान दिया है।


इसी तारतम्य में  महानिदेशक संचालक लोक अभियोजन श्री पुरुषोत्तम शर्मा महोदय के मार्गदर्शन में जिला उज्जैन के उप संचालक  डॉ साकेत व्यास एवं जिला लोक अभियोजन अधिकारी श्री राजकुमार नेमा एवं समस्त अभियोजन अधिकारीगण एवं कार्यालय के समस्त कर्मचारीगण ने अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए राहत कार्य के लिए  कुल राशि  67500/ रुपए सीएम राहत कोष में ऑनलाइन ट्रेजरी के माध्यम से जमा की है।