नशा निश्चित मौत हे आज स्वयं की कल परिवार की ओर परसों राष्ट्र की

उज्जैन, सामाजिक न्याय परिसर में चल रही संत शिरोमणि रविदास कथा के अंतिम दिन सागर आनंद जी महाराज ने नशा मुक्त समाज बनाये जाने के लिए समस्त लोगों को शपथ दिलवाई। उन्होंने बताया कि नशा समाज में फैला ऐसा जहर है जिससे पूरा देश ग्रस्त है।


महाराज जी ने मृत्यु भोज को भी समाज के लिए जहर बताया। सिर्फ जीवित माँ-बाप की सेवा करते नहीं ओर मरने के बाद उनका मृत्यु भोज करते हो, जो बिल्कुल गलत है। माता-पिता की जीवित अवस्था में ही सेवा करो तो घर स्वर्ग बन जाता है। कथा पूर्णाहुति के दौरान 51 जोड़ों ने यज्ञ किया। आनंद जी महाराज ने समाजजनों से अपील की कि हम रविदास जी महाराज द्वारा बताए राह पर चले।
कथा समापन अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में उज्जैन आलोट के सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मीना जोनवाल विशेष रूप से उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष राधेश्याम राठौर, अशोक सूर्यवंशी, हरीश भारती, राम सिंह गहलोत ने साफा बाँध कर किया। इस दौरान सांसद ने रविदास समाज को 5 लाख की राशि रविदास गुजराती धर्मशाला के लिए देने की घोषणा की। तत्पश्चात् महाआरती कर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्थल पर करीब १० हजार से अधिक लोग उपस्थित थे। कथा संचालन का दायित्व निर्वहन करने के लिए जगदीश बेगाना का समिति के कार्यकर्ताओं साफा बाँध कर स्वागत किया। जानकारी देते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी राम चौहान ने बताया कि उज्जैन शहर में पहली बार हुए इस ऐतिहासिक आयोजन में समाज के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपनी सहभागिता की। इस अवसर पर बाबूलाल वाघेला, रमेशचंद्र बामनिया, संजय बेगाना, नंदराम, बाबूलाल सिसौदिया, भारत परमार, राजू चौरड़िया, भगवान सिंह, रतनलाल डाबी, राजाराम डाबी, मनीष बेगाना, शुभम परमार, रमेश परमार, हीरालाल कलथिया, मुकेश  यादव, विक्रम बागड़िया आदि उपस्थित थे। आभार राम सिंह गहलोत जी ने माना।