प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सोमवार दोपहर बाद जब अहमदाबाद एयरपोर्ट पर स्वागत करेंगे तो रिश्तों की नई इबारत लिखी जाएगी।
22 किमी लंबे रोड शो के बाद नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में दोनों नेता मंच साझा करेंगे। फिर बातचीत और कई रक्षा और कारोबारी करारों के जरिए इस रिश्ते को और मजबूती देने पर सबकी नजर रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुकाबले अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा तीन गुना रखी गई है। पीएम पिछले साल नौ जनवरी को ताजनगरी आए थे तब सुरक्षा में 3300 पुलिसकर्मी लगाए गए थे।
ट्रंप की सुरक्षा में दस हजार लगाए गए हैं। प्रदेश के सभी आठ जोन से फोर्स आई है। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी), एंटी टेरेरिस्ट स्क्वैड (एटीएस), सेंट्रल पैरा मिल्ट्री फोर्स (सीपीएमएफ) भी पीएम के मुकाबले ज्यादा तैनात की गई है।
सुरक्षा के जानकारों ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा 9/11 की घटना के बाद बढ़ा दी गई। इससे पहले भी सुरक्षा घेरा व्यापक था, लेकिन इतनी फोर्स नहीं लगती थी।
उस घटना के बाद अमेरिका हो या बाहर, राष्ट्रपति की सुरक्षा बढ़ाई गई। पूरे कार्यक्रम पर पेंटागन की नजर है। अमेरिकी सेटेलाइट से इमेज लेकर सुरक्षा एजेंसियों को भेजे जा रहे हैं।
देश और दुनिया की निगाहें ट्रंप और मोदी के बीच मंगलवार को होने वाली द्विपक्षीय वार्ता पर टिकी है। ट्रंप पहले ही भारत के साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करने की घोषणा कर चुके हैं।
हालांकि ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि द्विपक्षीय वार्ता में कुछ बड़ा होगा। दूसरी ओर सरकारी सूत्रों का भी कहना है कि द्विपक्षीय वार्ता दुनिया को बड़ा संदेश देगी। वैसे भी बीते वित्त वर्ष 2018-2019 में भारत-अमेरिका का कारोबार चीन-अमेरिका व्यापार की तुलना में करीब एक अरब ज्यादा रहा है।