नागचंद्रेश्वर धाम पर होगा भव्य सर्व धर्म जाति समाज बेटियों का कन्यादान महोत्सव

नागचंद्रेश्वर धाम पर सर्व धर्म जाति समाज बेटियों के कन्यादान को लेकर मीडिया से चर्चा करते हुए  मंदाकिनी दीदी ने बताया कि जगत में कन्यादान से बढ़कर कोई दान नहीं होता। सनातन धर्म में बेटियों को भाग्य विधाता कहा जाता है।बचपन में कन्या को देवी स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है जिन माता-पिता के यहां बेटियों का जन्म होता है वे बहुत भाग्यशाली होते हैं। जिन घरो में कन्या भोज कराया जाता है ,उन घरों में सुख समृद्धि व शांति का वास रहता है।


आगे आपने बताया कि,साध्वी होने के नाते जगत की बेटियों को अपनी बेटी मानकर कन्यादान करने का विचार मन में आया जिस को सार्थक करने के लिए एक संकल्प लिया कि, अपने सामर्थ्य अनुसार कम से कम 500 बेटियों का कन्यादान कर सकूं।वह किसी समाज विशेष की ना होकर सर्वधर्म की बेटियां हो।


अधिक से अधिक सर्व समाज की बेटियों का कन्यादान करना बड़े सौभाग्य की बात है ।


आगे चर्चा में आप ने बताया कि मन में विचार आया इतने बड़े आयोजन की व्यवस्था करना भी एक चुनौती का विषय है ,लेकिन जब मन में ठान लिया है ,तो उसे पूर्ण करना ही है।


आगे आपने बताया कि इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए सर्व समाज के उन व्यक्तियों से भी संपर्क किया जाएगा जो स्वेच्छा से अपने सामर्थ के अनुसार इस पुनीत व पावन कार्य में आर्थिक सहयोग कर सकें, साथ ही बेटियों के कन्यादान करने का पुण्य लाभ भी अर्जित कर सके।


समाज के अलावा आवश्यक हुआ तो वर्तमान कांग्रेस सरकार से भी आर्थिक मदद लेने का आग्रह किया जाएगा ।


आगे आप ने बताया कि यदि सरकार मदद नहीं करती है तो भी जन सहयोग से बेटियों के कन्यादान का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा । जल्द ही इस भव्य कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर तिथियों का निर्धारण किया जाएगा । साथ ही आश्रम पर ही एक कार्यालय का शुभारंभ किया जाएगा, जिससे वहां उपस्थित कर्मचारियों द्वारा कार्यक्रम हेतु सभी आवश्यक जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके।