प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण तथा उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने शनिवार को उज्जैन जिले के नागदा तहसील में शासकीय कन्या महाविद्यालय का भूमि पूजन किया।
चार करोड़ 71 लाख रुपये की लागत से शासकीय कन्या महाविद्यालय के भवन का निर्माण कार्य किया जायेगा। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री ने राज्य स्तरीय खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों का सम्मान किया तथा छात्र-छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याओं एवं शिकायतों का निराकरण किया।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में मानवता एवं इंसानियत को सबसे ऊपर रखा गया है। माता-पिता आज अपनी बेटियों से सवाल करते हैं। यदि माता-पिता बेटों से भी सवाल करें तो समाज की कई कुरीतियां अपने आप समाप्त हो जायेंगी। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा पौधरोपण करते रहना चाहिये। इससे पर्यावरण शुद्ध रहता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हम सबका प्रमुख कर्त्तव्य होना चाहिये।
छात्र-छात्राओं से किया संवाद
उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी ने नागदा में कन्या महाविद्यालय के भूमि पूजन समारोह को सम्बोधित करने के पश्चात स्वामी विवेकानन्द महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं से संवाद किया। महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं का एवं शिकायतों का निराकरण किया।
युवा संवाद कार्यक्रम में महाविद्यालयीन छात्रों ने उच्च शिक्षा मंत्री से कहा कि बार-बार सभी विषयों के सिलेबस चेंज हो जाते हैं, इससे बहुत ज्यादा दिक्कतें विद्यार्थियों को होती है। छात्र-छात्राओं ने कहा कि हमारा सिलेबस ऐसा होना चाहिये कि जिसे हमें भविष्य में रोजगार की प्राप्ति हो।
विद्यार्थियों ने बताया कि सिलेबस के अनुसार किताबें उपलब्ध नहीं होती हैं। लायब्रेरी में भी विभिन्न विषयों की किताबें न होने से पढ़ाई में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब प्रति तीन वर्ष में सिलेबस बदले जायेंगे। उन्होंने कहा कि विभिन्न कोर्स रोजगारोन्मुखी हो, इसके लिये शासन प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी महाविद्यालय में व्यवस्थाएं अच्छी करेंगे। इसके लिये स्मार्ट क्लासेस बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ई-लायब्रेरी बनाई जायेगी।
अगले वर्ष छात्राओं की फीस माफ की जायेगी, ताकि छात्राओं की महाविद्यालयों में उपस्थिति बढ़ाई जा सके।
उन्होंने कहा कि जिन महाविद्यालयों में 200 विद्यार्थी होंगे, उन महाविद्यालयों में पीजी की कक्षाएं प्रारम्भ कर दी जायेंगी।
सभी को खेलों में भाग लेना अनिवार्य होगा
उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि शासन अगले वर्ष से यह प्रावधान कर रही है कि सभी महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को किसी न किसी खेल में अनिवार्य रूप से भाग लेना होगा। उन्होंने बताया कि सभी महाविद्यालयों में खेल शिक्षक की नियुक्ति भी कर दी जायेगी।