राम मंदिर निर्माण को लेकर ,मुस्लिम संगठनों ने किया बड़ा ऐलान....

हिन्दुओं की मान्यता है कि श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उनके जन्मस्थान पर एक भव्य मन्दिर विराजमान था जिसे मुगल आक्रमणकारी बाबर ने तोड़कर वहाँ एक मस्जिद बना दी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में इस स्थान को मुक्त करने एवं वहाँ एक नया मन्दिर बनाने के लिये एक लम्बा आन्दोलन चला। 6 दिसम्बर सन् 1992 को यह विवादित ढ़ांचा गिरा दिया गया और वहाँ श्री राम का एक अस्थायी मन्दिर निर्मित कर दिया गया।
राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है जिसके तहत राम जन्मभूमि राम लला विराजमान को दी गई है। इसके बाद
असम के मुस्लिम संगठनों ने बड़ा ऐलान किया है। All Assam Goriya-Moriya Yuva Chatra Parishad ने कहा है कि अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बैलेंस वाला निर्णय दिया है।


इसके साथ ही इस संगठन ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1 लाख रूपए दान करने का ऐलान भी किया है।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विवाद में फैसला देते हुए उसें राम जन्म भूमि घोषित करते हुए राम लला विराजमान को भूमि का मालिकाना हक दिया है। इसी के साथ केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को अयोध्या में ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन मस्जिद बनाने के लिए देने का आदेश भी दिया है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि तीन महीनों के अन्दर राम मंदिर जन्म भूमि ट्रस्ट का गठन भी किया जाए।
आल असम गोरिया मोरिया यूवा छात्र परिषद के जनरल सेक्रेटरी माइनुल हक ने कहा है कि हम राम मंदिर निर्माण में सहायता करेंगे। इसके साथ ही अयोध्या फैसला आने के बाद असम के वित्तमंत्री हिमंता बिश्व सरमा ने लोगों से राज्य में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी करते हुए इसें हमारे देश की जीत बताया है। असम के ही एक और अन्य मुस्लिम संगठन जानागोस्ती सामान्य परिषद असम ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए 5 लाख रूपए दान देने की घोषणा की है।