मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने विधानसभा परिषद के गठन को लेकर सरकार से सवाल किया है कि जनता के कल्याण के काम जरुरी है या फिर विधान परिषद का गठन. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ राजनीतिक पिट्टूओं की जेबें गर्म करने के लिए विधान परिषद का गठन कर रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए लिखा कि एक तरफ कांग्रेस रो रही है कि उसके पास किसानों की कर्ज माफी, मुआवजे, विवाह, मेधावी विद्यार्थी लैपटाप जैसी योजनाओं के लिए पैसे नहीं है और दूसरी तरफ विधान परिषद के गठन के लिए करोड़ों रुपए स्वाहा करने पर आमादा है।
उन्होंने कहा कि जनता के लिए कल्याण के काम जरूरी हैं या फिर विधान परिषद का गठन. चौहान ने कहा कि किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति रुकने से हजारों बच्चों की पढ़ाई अधर में लटक गई है, वहीं कमलनाथ अपने राजनीतिक पिट्टूओं की जेबें गर्म करने के लिए विधान परिषद का गठन कर रहे हैं.
राजनीतिक मतभेदों से ऊपर रहना चाहिए विकास
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा का यही ध्येय है कि विकास राजनीतिक मतभेदों से ऊपर रहना चाहिए. हमारा भी यही संकल्प है कि प्रदेश के विकास में भाजपा, हम सब लोग सकारात्मक योगदान करेंगे. चौहान ने जनता का भी आव्हान किया कि मध्यप्रदेश के विकास में हमारे अंदर जो भी सर्वश्रेष्ठ है, वो झोंकने का प्रयास करें. चौहान ने यह भी कहा कि प्रदेश के विकास में भाजपा सकारात्मक सहयोग करेगी और गड़बड़ करने पर प्रचंड विरोध भी करेगी.
मध्य प्रदेश को मदिरा प्रदेश न बनाएं मुख्यमंत्री
पूर्व मुख्यमंत्री ने अधिक शराब दुकानें और दुकानों के साथ ही अहाते खोलने के फैसले का विरोध किया. चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश न बनाएं. हमारी सरकार के दौरान भी आबकारी विभाग के प्रस्ताव आते थे, लेकिन हमारी सरकार ने पूरी सख्ती के साथ और दुकानें खोलने को मना कर दिया था. नर्मदा तट के किनारे पांच किलोमीटर के दायरे में जो शराब दुकानें थीं वो बंद करा दी थीं, लेकिन, इस सरकार ने अजूबे तर्क दिए हैं कि केवल रेवेन्यू बढ़ाने के लिए यह खोले जा रहे हैं. चौहान ने कहा कि इससे रेवेन्यू नहीं अपराध बढ़ेंगे. चौहान ने कहा कि विकास की जगह सत्यानाश करने वाले फैसले का हम विरोध करेंगे।