कालिदास अकादमी में चित्रों, मूर्तियों और सिक्कों का संग्रहण “ये अद्भुत है, शुभकामनाएं” -संस्कृति मंत्री डॉ.साधौ

उज्जैन 08 नवम्बर। शुक्रवार को देव प्रबोधनी एकादशी के अवसर पर प्रारम्भ हुए अखिल भारतीय कालिदास समारोह में कार्यक्रम की मुख्य अतिथि चिकित्सा शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री डॉ.विजयलक्ष्मी साधौ ने कालिदास अकादमी परिसर में महाकवि कालिदास की मूर्ति पर माल्यार्पण किया तथा इसके बाद उन्होंने अकादमी में चित्रों, मूर्तियों और सिक्कों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मंत्री डॉ.साधौ ने अकादमी की विजिटर्स बुक में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा कि “कालिदास अकादमी में चित्रकला, मूर्तियों और अश्विनी शोध संस्थान के सिक्कों का संग्रहण देखा, यह अद्भुत है। इसके लिये मेरी ओर से बहुत सारी शुभकामनाएं।”
मंत्री डॉ.साधौ ने अखिल भारतीय कालिदास समारोह के शुभारम्भ के पूर्व कालिदास अकादमी में दीप प्रज्वलित कर वहां लगाई गई 2018 की पुरस्कृत मालविकाग्निमित्रम नाट्य पर आधारित चित्रकला और मूर्तियां तथा सन 2019 की मेघदूतम नाट्य पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा मंत्री डॉ.साधौ ने अश्विनी शोध संस्थान द्वारा लगाई गई विक्रमादित्य और महाकवि कालिदास के समय के सिक्कों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
मंत्री डॉ.साधौ ने सन 2019 की प्रदर्शनी में लगाई गई राजसुन्दरम, अवन्तिका, खंडिता, प्रेम सन्दर्भ और मेघदूतम पर आधारित अन्य चित्रों के बारे में अकादमी की प्रभारी निदेशक श्रीमती प्रतिभा दवे और अन्य अधिकारियों से जानकारी ली। इसके अलावा मालविकाग्निमित्रम पर आधारित प्रेम चपलता, पाद प्रदर्शन, पाद प्रहार आदि चित्रकलाओं की जानकारी लेकर प्रशंसा की। कालिदास अकादमी के श्री मुकेश काला ने मंत्री डॉ.साधौ को विभिन्न चित्रों की थीम के बारे में विस्तार से बताया। अश्विनी शोध संस्थान के डॉ.आरसी ठाकुर ने सिक्कों के बारे में मंत्री डॉ.साधौ को जानकारी दी, जिनमें महाकाल का अंकन मूर्ति से पूर्व सिक्कों पर और मुद्राओं का नदियों पर गहरा प्रभाव शामिल थे। इस दौरान विधायक घट्टिया श्री रामलाल मालवीय, विधायक तराना श्री महेश परमार, उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, श्री अत्रे, श्रीमती दीक्षित, श्री ऋषिकेश शर्मा, श्री गौतम शाह, श्री एलएन सिरोड़िया, डॉ.आरसी शर्मा और शहर के विभिन्न चित्रकला कलाकार मौजूद थे।