पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते हुए उन्हें जेहाद शब्द से परहेज करने की सलाह देते हुए कहा कि अगर उन्हें जेहाद करनी है तो वह फलस्तीन चले जाएं। ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन कॉउंसिल के चेयरमैन व अजमेर शरीफ दरगाह के मुख्य इमाम के बेटे मौलाना सैयद नसीरूदीन चिश्ती ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पिछले कुछ दिनों में खास तौर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जिस प्रकार जेहाद शब्द का इस्तेमाल किया है वह नाकाबिले बर्दाश्त है। दो मुल्क के राजनीतिक मामलों या दुनियावी मामलों में जेहाद शब्द का इस्तेमाल कर लोगों की भावनाओं से खेलना एक मुसलमान को शोभा नहीं देता।
उन्होंने कहा, घाटी में जो कुछ हो रहा है यह कोई जेहाद नहीं है। इमरान चीन में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म को देखें। कश्मीर का मसला हमारा आंतरिक मामला है जिसमें किसी को दखल देने की इजाजत नहीं है। यहां के मुसलमान खुशहाल तरीके से रह रहे हैं और खुद रहनुमाई करने के लायक हैं। हमें बाहर के किसी मुसलमान की रहनुमाई नहीं चाहिए।
चिस्ती ने कहा कि हम पाकिस्तान से यह कहना चाहते हैं कि वह जेहाद के नाम पर इस्लाम का सहारा लेते हुए लोगों की भावनाओं को न भड़काए और न ही दुनियावी मसलों को इस्लाम के साथ जोड़े।
जेहाद करनी है तो फिलिस्तीन चले जाएं इमरान खान, मौलाना सैयद नसरुद्दीन चिश्ती