आपके पैसों पर होगा सीधा असर,1 नवंबर से बैंकों में बदल जाएंगे नियम।

बैंक से जुड़े कई ऐसे बदलाव होने जा रहे हैं जो आपके पैसों पर सीधा असर डालेंगे. जहां एक तरफ SBI डिपॉजिट पर ब्याजकी दरें बदल रहा है. वहीं कुछ राज्यों में सरकारी बैंकों का खुलने और बंद करने का समय भी चेंज हो रहा है.



1. अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहक हैं तो एक नवंबर से डिपॉजिट पर ब्याज की दर बदलने वाली है. बैंक के इस फैसले का असर 42 करोड़ ग्राहकों पर होगा. SBI की 9 अक्टूबर की घोषणा के मुताबिक, एक लाख रुपये तक के डिपॉजिट पर ब्याज की दर 0.25 फीसदी घटाकर 3.25 फीसदी कर दी गई है. एक लाख से ज्यादा के डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट (Deposit Interest Rate) को रीपो रेट से जोड़ा जा चुका है. वर्तमान में यह 3 फीसदी है



   2. महाराष्ट्र में बैंकों (PSU Banks) का नया टाइम टेबल (Banks Time Table) तय हो गया है. अब यहां सभी बैंक एक ही टाइम पर खुलेंगे और बंद होंगे. बैंकों का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक का होता है, लेकिन पैसों का लेनदेन दोपहर 03:30 बजे तक ही होता है. बता दें कि महाराष्ट्र में बैंकों का नया टाइमटेबल बैंकर्स कमेटी (Bankers Committee) ने तय किया है, जिसे 1 नवंबर से लागू कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) ने बैंकों के कामकाज का समय एक जैसा ही करने का निर्देश दिया था. इसके पहले एक ही इलाके में बैंकों के कामकाज का समय अलग होता था. नए टाइम टेबल के मुताबिक, बैंक सुबह 9 बजे खुलेंगे और शाम 4 बजे तक कामकाज होगा. कुछ बैंकों का समय सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक होगा।

3. एसबीआई बैंक की लोन पर नई ब्याज दरें 8.15 फीसदी से घटकर 8.05 फीसदी हो गई है. ये नई दरें 10 अक्टूबर से लागू हो चुकी है. एसबीआई बैंक ने ब्याज दरें आरबीआई (RBI) के रेपो रेट घटाने के बाद किया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को दिवाली पर एक और तोहफा दिया था. आबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जिसके बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटकर 5.15 फीसदी हो गई है. एसबीआई बैंक की लोन पर नई ब्याज दरें 8.15 फीसदी से घटकर 8.05 फीसदी हो गई है. ये नई दरें 10 अक्टूबर से लागू हो चुकी है. एसबीआई बैंक ने ब्याज दरें आरबीआई (RBI) के रेपो रेट घटाने के बाद किया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को दिवाली पर एक और तोहफा दिया था. आबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जिसके बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटकर 5.15 फीसदी हो गई है.